Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana: ‘उत्तराखंड पशु सखी योजना’ उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य है कि ग्रामीण महिलाओं को पशुपालन के क्षेत्र में नौकरी मिले और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो। इस योजना के तहत, ग्रामीण महिलाओं को पशु सखी के रूप में नियुक्त किया जाएगा, जो पशुपालकों को पशु संबंधित जानकारी और चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेंगी। इन महिलाओं को पशु संबंधित जानकारी और चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और उन्हें इस कार्य के बदले में वेतन भी दिया जाएगा।
यह योजना उत्तराखंड की ग्रामीण महिलाओं के लिए एक अच्छा अवसर है, जिससे वे अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकती हैं और अपने परिवार का समर्थन कर सकती हैं। तो चलिए आपको इस योजना के बारे में विस्तार से बताते हैं कि आप इस योजना में कैसे आवेदन कर सकते हैं।
उत्तराखंड पशु सखी योजना का मुख्य उद्देश्य
- ग्रामीण महिलाओं को पशुपालन के क्षेत्र में नौकरी मिले और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो।
- पशुपालकों को पशु संबंधित जानकारी और चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन को बढ़ावा देना।
- महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना।
- पशुपालन विभाग और पशुपालकों के बीच संयोजन करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन के माध्यम से आय में वृद्धि करना।
पशु सखी योजना के लिए पात्रता
- उत्तराखंड मूल निवासी होना आवश्यक है।
- महिला होना आवश्यक है।
- आयु 20 से 40 साल के बीच होनी चाहिए।
- कम से कम आठवीं कक्षा की पढ़ाई होनी चाहिए।
- पशुपालन का अनुभव होना आवश्यक है।
- स्वयं सहायता समूह का सदस्य होना आवश्यक है।
- बैंक खाता होना आवश्यक है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करना आवश्यक है।
- पशुपालन के क्षेत्र में रुचि और ज्ञान होना आवश्यक है।
- सरकारी नौकरी में नहीं होना आवश्यक है।
इन पात्रताओं को पूरा करने वाली महिलाएं पशु सखी योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं।
महत्वपूर्ण दस्तावेज
- महिला का आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- राशन कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
उत्तराखंड पशु सखी योजना चयन प्रकिया
- जिला स्तर पर एक चयन समिति का गठन किया जाता है।
- इस समिति में जिला पशुपालन अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला महिला अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।
- चयन समिति द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पशु सखी के लिए विज्ञापन जारी किया जाता है।
- इच्छुक महिलाएं आवेदन पत्र भरकर समिति को जमा करती हैं।
- चयन समिति द्वारा आवेदन पत्रों की जांच की जाती है और पात्रता के आधार पर महिलाओं का चयन किया जाता है।
- चयनित महिलाओं को पशु सखी के रूप में नियुक्त किया जाता है।
- पशु सखी को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए भेजा जाता है।
- प्रशिक्षण के बाद, पशु सखी को ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों के साथ काम करने के लिए भेजा जाता है। इस प्रकार, उत्तराखंड पशु सखी योजना के अंतर्गत सखी का चयन एक पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है।
उत्तराखंड पशु सखी योजना के लिए आवेदन
बता दे कि इस योजना के तहत आवेदन करने की इच्छुक महिलाओं को अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। वर्तमान समय में केवल इस योजना को लांच किया गया है, परंतु अभी इस योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट की शुरुआत नहीं की गई है। सरकार के द्वारा इस योजना के लिए जैसे ही आधिकारिक वेबसाइट लांच की जाएगी, हम आपको इसकी जानकारी सबसे पहले देंगे।