Sukanya Samridhi Yojana New Rules: सुकन्या समृद्धि योजना एक सरकारी बचत योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए बचत करने में मदद करना है। यह योजना बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए शुरू की गई है।
योजना की मुख्य विशेषताएं
- ब्याज दर – वर्तमान में 8.2% प्रति वर्ष की ब्याज दर है।
- निवेश सीमा – न्यूनतम निवेश 250 रुपए से शुरू होता है और अधिकतम निवेश 1.5 लाख रुपए तक हो सकता है।
- टैक्स लाभ – आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत छूट।
- खाता खोलना – माता-पिता या अभिभावक बेटी के नाम पर खाता खोल सकते हैं।
- खाता स्थानांतरण – खाता स्थानांतरण आसान हो गया है।
- बेटी की आयु – खाता बेटी के 18 वर्ष के होने तक चल सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
- बेटी की शिक्षा और विवाह के लिए बचत
- उच्च ब्याज दर
- टैक्स लाभ
- सुरक्षित और समृद्ध भविष्य
सुकन्या समृद्धि योजना में बड़ा बदलाव
सरकार द्वारा इस योजना में बड़ा बदलाव किया गया है। पीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना में हाल ही में सरकार द्वारा किए गए बदलावों के अनुसार, नाबालिकों के नाम पर खोले गए पीएफ खातों पर ब्याज दर तब तक लागू रहेगी जब तक कि बच्चा 18 साल का नहीं हो जाता। इसके अलावा, पुराने खातों और दादा-दादी के नाम पर चल रही खातों को नियमित किया जाना है।
योजना में लागू किए गए नए नियमों के लाभ
- नियमितीकरण – नए नियमों के जरिये पुराने खातों, दादा-दादी के नाम पर खातों को नियमित करना है।
- एनआरआई खाताधारकों पर प्रभाव – सरकार के बदलावों का असर एनआरआई यानी गैर-आवासी भारतीय खाताधारक पर भी होगा।
- खाता खुलने में गलतियों को दूर करना – नए नियम 1 अक्टूबर 2024 से लागू होंगे और खातों के खुलने में पाई गई गलतियों को दूर करने के लिए किया जा रहा है।
- ब्याज दर में वृद्धि – सुकन्या समृद्धि योजना के तहत वर्तमान में 8.2% की ब्याज दर है, जो पहले 8.0% थी।
- निवेश सीमा – न्यूनतम निवेश 250 रुपए से शुरू होता है और अधिकतम निवेश 1.5 लाख रुपए तक हो सकता है।
इन नए नियमों से सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने वाले लोगों को लाभ होगा और योजना का उद्देश्य पूरा होगा।